
डॉक्टर ए.पी.जे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर दी गई विनम्र श्रद्धांजलि
दिनेश दुबे
आप की आवाज
*डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर दी गई विनम्र श्रद्धांजलि*
बेमेतरा = भारत रत्न देश के पूर्व राष्ट्रपति एवं महान वैज्ञानिक डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम को आज एलॅन्स प्रांगण के प्रार्थना सभा में प्राचार्य डॉ सत्यजीत होता, हेड ब्वाय, हेड गर्ल, तथा सांस्कृति सचिव ने उनकी सातवी पुण्यतिथि पर उनके तैल्य चित्र पर माल्यार्पण किया तथा श्रद्धा सुमन अर्पित कर सादर श्रद्धांजलि दी।
*प्राचार्य डॉ सत्यजीत होता के कहा कि ’’भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सुशोभित डॉ कलाम की जीवनी तथा उनके सराहनीय कार्यों की प्रसंशा करते हुए कहा कि समुचा देश आज देश के लोक प्रिय राष्ट्रपति की पुण्यतिथि मना रहा है। वस्तुतः डॉ कलाम का जीवन अभावों में बीता इसके बावजुद भी वे आगे बढ़ते रहे। उनके विचारों नें नवयुवकों को प्रेरित किए है। उनका कहना था कि दूसरों का आशीर्वाद प्राप्त करो, माता पिता की सेवा करों, बड़ों और शिक्षकों का आदर करों, अपने देश से प्रेम करों। इसके बिना जीवन अर्थहीन है। कलामजी सन्यासी की तरह जीवन जीते वे अपने गुरू को आदार्श मानते थे। उनके गुरू उनकी तारीफ करते नहीं थकते थे। वे गुरू शिष्य की परंपरा का निर्वहन बेखुबी से करते थे। विज्ञान और प्राघौगिकी के क्षेत्रों में किए गए उनके महत्वपूर्ण योगदान को राष्ट्र कभी भी भुला नहीं पाएगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी हमारे कल के भावी नागरिक है। अतः हम शिक्षकों का परम कर्तव्य है कि कलाम जी के अदभुत मंत्रों को विद्यार्थियों के दिल दिमाग में भर दें। ’’
*स्कूल प्रबंधन के अध्यक्ष कमलजीत अरोरा ने कहा कि ’’मिसाईलमैन के नाम से सुशोभित महान वैज्ञानिक डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम एक साधारण व्यक्ति नहीं थे वे ज्ञान व कर्मठता के प्रतीक थे वे अद्वितीय थे। उन्होने अपना पूरा जीवन भारत को सशक्त बनाने में लगा दिया उनका सादगी और आदार्श से परिपूर्ण जीवन हमारे लिए प्रेरणा बनकर रह गया है। उनके देश के विकास में दिए गए योगदान को हम कभी भूल नहीं सकेंगे। युवाओं के प्रेरणा श्रोत भारत माता के सपूत को उनकी पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन है।’’
इस अवसर पर विद्यालय के छात्र अंकुश ठाकुर तथा रूपांशु आंनद ने डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम के द्वारा दिए गए मंत्रों का सारगर्भित उल्लेख करते हुए कहा हमें अपने सफलता के रास्ते पर निराशा लगती है। इसका मतलब यह नही की हम कोशिश करना छोड़ दे क्योंकि हर निराशा और असफलता के पीछे ही सफलता छिपि है। तत्पश्यत प्राचार्य डॉ सत्यजीत होता, शिक्षक शिक्षिकाओं तथा विद्यार्थियों ने डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम के मार्ग दर्शन पर चलेंगे हेतु संकल्प लिया।
कार्यक्रम में स्कूल डायरेक्टर पुश्कल अरोरा, स्कूल प्रशासक सुनिल शर्मा तथा शिक्षक – शिक्षिकाएँ एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
